एसपी डॉक्टर अर्पित जैन आईपीएस ने झज्जर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी पकड़े गए गिरोह के संबंध में विस्तृत जानकारी
झज्जर
एसपी डॉक्टर अर्पित जैन आईपीएस के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में झज्जर पुलिस की एक टीम द्वारा मुस्तैदी से कार्रवाई करते हुए जान जोखिम में डालकर कड़ी मशक्कत के पश्चात पशु चोर गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की गई है। गिरफ्त में आए आरोपियों के कब्जे से चोरीशुदा पशुओं से भारी कैंटर गाड़ी व अवैध असला बरामद हुआ है। पकड़े गए पशु चोर गिरोह के आरोपियों से प्राथमिक पूछताछ में पशु चोरी के करीब ढाई दर्जन मामलों का खुलासा हुआ है। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय झज्जर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपी डॉक्टर अर्पित जैन आईपीएस ने पकड़े गए चोर गिरोह के आरोपियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान डीएसपी बेरी प्रदीप कुमार, थाना प्रबंधक आसौदा निरीक्षक जसवीर सिंह, सीआईए झज्जर के प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह, एंटी नारकोटिक सैल झज्जर के प्रभारी उपनिरीक्षक राजेश कुमार, साइबर सुरक्षा सैल के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक देवेंद्र कुमार भी मौजूद रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए एसपी डॉ अर्पित जैन ने बताया कि उप निरीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में विशेष रूप से गठित एंटी नारकोटिक सैल झज्जर की टीम ने जान जोखिम में डालकर मुठभेड़ के पश्चात कड़ी मशक्कत करके पशु चोर गिरोह के चार आरोपियों को काबू करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए आरोपियों से पशु चोरी के करीब ढाई दर्जन मामले सुलझाने में सफलता हासिल की गई है।
उन्होंने बताया कि एंटी नारकोटिक सैल झज्जर में तैनात सहायक उपनिरीक्षक जय भगवान के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम जिसमें सहायक उप निरीक्षक संदीप कुमार, मुख्य सिपाही राकेश, मुकेश, विनोद व चालक मुख्य सिपाही प्रियव्रत सहित सरकारी गाड़ी नंबर एच आर 14 जीवी 1593 तथा मुख्य सिपाही संदीप, संजय, सुमेर व अरविंद मय प्राइवेट स्विफ्ट गाड़ी नंबर एचआर 12 ए इ 5884 शामिल थे , दोनों गाड़ियों सहित पुलिस टीम गांव छारा के एरिया में मौजूद थी। पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली कि आसिफ, शाहदाब, मुर्सुलिन उर्फ भुरू व गुफरान सभी गांव बगरा जिला मुजफ्फरनगर यूपी के निवासी हैं, जो गांव से पशु चोरी करने का काम करते हैं और चोरी की वारदात करते समय अपने पास अवैध हथियार भी रखते हैं। चारों पंजाब नंबर की कैंटर गाड़ी में चोरी के पशु लेकर गांव खरहर से गांव भापड़ोदा की तरफ आएंगे। गुप्त सूचना से तत्परता से सक्रिय होते हुए पुलिस टीम गांव भापड़ौदा के बाईपास पर पहुंची। इस दौरान सूचना पाकर सीआईए झज्जर की टीम भी गांव भापड़ौदा बाईपास पर पहुंची। इस दौरान भापड़ौदा बाईपास पर गांव खरहर की तरफ से एक लाल रंग की कैंटर गाड़ी आती हुई दिखाई दी। जिसे सरकारी गाड़ी से रोकने की कोशिश की गई तो कैंटर चालक ने सरकारी गाड़ी की पिछली साइड में टक्कर मारते हुए अपनी गाड़ी को सापला की तरफ मेन हाईवे पर भगा लिया। कैंटर में पीछे भैंसे भरी हुई दिखाई दी, वह पंजाब नंबर दिखाई दिया। कैंटर में पीछे सवार एक नौजवान लड़के ने सरकारी गाड़ी के सामने वाले शीशे पर पत्थर फेंक कर मारा। जिसे सरकारी गाड़ी का आगे वाला शीशा टूट गया तथा दूसरे लड़के ने कैंट में पीछे से गाड़ी सरकारी की तरफ पुलिस कर्मचारियों को जान से मारने की नियत से फायर किए। कैंटर चालक अपनी गाड़ी को सापला से खरखोदा की तरफ भगा ले गया। कैंटर गाड़ी का पीछा किया गया तो उसके चालक ने हनुमान चौक मेरठ बाईपास सोनीपत से होते हुए नाका तोड़कर अपनी गाड़ी को वापस खरखोदा की तरफ मोड़कर गांव हरसाना खुर्द की तरफ ले गया। गांव हरसाना खुर्द में पहुंचने पर कैंटर चालक ने अपनी गाड़ी को बैक करके पुलिस मुलाजमान को मारने की नीयत से सरकारी गाड़ी में सीधी टक्कर मारी। पुलिस कर्मचारियों ने अपनी गाड़ियों से उतरकर कैंटर गाड़ी के अगले शीशे को तोड़ते हुए उसे रोकने की कोशिश की तो कैंटर चालक ने अपनी गाड़ी को गांव हरसाना कला की तरफ भाग लिया। गांव हरसाना खुर्द से निकलने के बाद कैंटर गाड़ी को रोकने के लिए पुलिस टीम ने सर्विस रिवाल्वर से कैंटर के पिछले टायर में फायर किए। कैंटर गाड़ी के टायर खराब होने के बाद गांव हरसाना कला के नजदीक बीच रास्ते पर एकदम गाड़ी को रोक कर चालक नीचे उतर कर भागने लगा। भागते हुए वह मुंह के तरफ रोड पर गिर गया। फिर उठ कर भागने लगा जिसे पुलिस टीम द्वारा तत्परता से पीछा करते हुए काबू किया गया। पुलिस टीम द्वारा पीछा करते हुए एक-एक करके चारों आरोपियों को काबू किया गया।
एसपी डॉक्टर अर्पित जैन ने बताया कि जान जोखिम में डालकर कड़ी मशक्कत के पश्चात एंटी नारकोटिक सैल झज्जर की टीम द्वारा पकड़े गए आरोपियों की पूछताछ में पहचान गुफरान, आसिफ, मुर्सुलिन उर्फ भुरू तथा शाहदाब चारों निवासी गांव बगरा जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से कैंटर गाड़ी नंबर पीबी 03 ए जे 0562 से तीन भैंस, एक कटड़ा, एक काटिया, एक गाय व एक बछड़ा बरामद हुए। वहीं पकड़े गए एक आरोपी आसिफ के कब्जे से पुलिस कर्मचारियों पर जान से मारने की नीयत से फायर करने में इस्तेमाल किया गया देशी पिस्टल व एक खाली खोल सहित एक मैगजीन बरामद हुई। मुठभेड़ के पश्चात कैंटर गाड़ी सहित पकड़े गए उपरोक्त चारों आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करते हुए थाना आसौदा में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया। पकड़े गए आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में झज्जर व अन्य जिलों से हुई पशु चोरी की करीब ढाई दर्जन वारदातों का खुलासा हुआ। गिरफ्त में आए आरोपी आसिफ पर पहले भी पशु चोरी के करीब 18 मुकदमे दर्ज हैं व आरोपी शाहदाब पर भी 04 मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि पशु चोर गिरोह के आरोपी पशुओं को चोरी करके यूपी के शामली, मुजफ्फरनगर व अन्य स्थानों पर लगने वाली पशु मंडियों में ले जाकर बेचने का काम करते थे। मुठभेड़ के पश्चात कैंटर गाड़ी से बरामद पशुओं को आरोपियों ने गांव दतौड़ जिला रोहतक के एरिया से चोरी किया था। मुठभेड़ के दौरान झज्जर पुलिस के दो जवानों को चोटे आई हैं। गांव छारा के एरिया में मुस्तैदी से तैनात झज्जर पुलिस की टीम द्वारा गुप्त सूचना पर तत्परता से कार्रवाई करके जान जोखिम में डालते हुए कड़ी मशक्कत के बाद चोरी शुदा पशुओं सहित आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की गई। आरोपियों से पकड़ी गई कैंटर गाड़ी से एक अन्य नंबर प्लेट भी बरामद हुई है, कैन्टर गाड़ी पर लगी नंबर प्लेट की जांच भी की जा रही है। पकड़े गए उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करके चारों को अदालत बहादुरगढ़ में पेश करके माननीय अदालत से चारों आरोपियों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान पूछताछ में चोर गिरोह के उपरोक्त आरोपियों के साथ और कौन-कौन दोषी शामिल हैं, इनका नेटवर्क, वारदात का तरीका तथा ये चोरी शुदा पशुओं को और कहां-कहां बेचते थे, के संबंध में खुलासा होने की संभावना है। मामले की जांच पड़ताल की कार्रवाई लगातार जारी है।