डीएसपी गुलाब सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में दी पकड़े गए आरोपी के संबंध में विस्तृत जानकारी
थाना आसौदा क्षेत्र में लाखों रुपए की लूट की वारदात पर तत्परता एवं गहनता से जांच पड़ताल करते हुए झज्जर पुलिस की टीम द्वारा एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। सात लाख रुपए की लूट की वारदात किसी ओर ने नहीं बल्कि स्वयं शिकायतकर्ता ने रुपए हड़पने की नियत से योजना बनाकर लूट का ड्रामा किया व लूट की वारदात बारे पुलिस को सूचित किया। लूट की उपरोक्त वारदात पर तत्परता एवं गहनता से कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीम द्वारा लूट की झूठी सूचना देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए रविवार को थाना आसौदा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएसपी श्री गुलाब सिंह ने पकड़े गए आरोपी तथा झूठी वारदात के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। प्रेस वार्ता के दौरान थाना प्रबंधक आसौदा निरीक्षक जसवीर सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि गांव खरहर में हुई लूट की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है। वारदात का मास्टर माइंड कोई और नहीं बल्कि खुद लूट की शिकायत देने वाला युवक निकला। कर्ज को चुकाने के लिए उसने रुपये छिपाकर लूट की यह कहानी गढ़ी। योजना बनाकर लूट का ड्रामा करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से सात लाख रुपए नगद, मोबाइल व बाइक आदि बरामद कर ली गई है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे रविवार को माननीय अदालत बहादुरगढ़ में पेश किया गया जहां से आरोपी को न्यायिक हिरासत देश दिया गया।
मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी श्री गुलाब सिंह ने बताया कि गांव खरहर निवासी प्रवेश गांव आसौदा में एक कंपनी में बतौर ड्राइवर कार्यरत था। गत 09 जून को वह सात लाख रुपये लेकर घर के लिए निकला। ये रुपये खाते में जमा कराने थे। गांव खरहर में पहुंचने के बाद उसने पुलिस को सूचना दी कि उसके साथ लूटपाट हो गई है। अज्ञात पांच बदमाश पिस्तौल के बल पर उससे सात लाख रुपये, बाइक, मोबाइल आदि लेकर रोहद की तरफ भाग गए। प्रवेश की इस शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया। उपरोक्त मामले पर थाना प्रबंधक आसौदा निरीक्षक जसबीर सिंह के नेतृत्व में थाना व सीआईए की टीमों ने गहनता से जांच करते हुए वारदात को चंद ही घंटों में सुलझाने में कामयाबी हासिल की गई। उन्होंने बताया कि वारदात की सूचना मिलने पर प्राथमिक जांच के दौरान पुलिस को शिकायतकर्ता पर संदेह होने लगा। लेकिन शनिवार की शाम को एक सूचना मिली तो मामले की परते खुलने लगी। दरअसल, शनिवार की शाम को प्रवेश अपनी बाइक पर घूम रहा था। जबकि पुलिस को उसने बताया था कि उसकी बाइक लूटी गई है। किसी ने यह जानकारी पुलिस को दे दी। इस पर टीम गांव में पहुंची और आरोपी को काबू कर लिया। शिकायतकर्ता प्रवेश से पूछताछ की तो उसने पुलिस के सामने सारी हकीकत बता दी। वारदात कबूलने के बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में डीएसपी गुलाब सिंह ने बताया कि वारदात का मास्टरमाइंड खुद शिकायतकर्ता प्रवेश ही है। उसको पहले ही पता लग गया था कि उसे पेमेंट मिलेगी। इसलिए लूट की झूठी योजना बनाई। गांव में अपने मकान से कुछ दूर कुरड़ी (कचरा डालने की जगह) में उसने सात लाख रुपये व मोबाइल दबा दिया। फिर पुलिस को सूचना दी। वारदात में कोई और शामिल नहीं है। मामले में सामने आया है कि प्रवेश पर कर्ज था। कंपनी में लोन के तथा एक ग्रामीण के रुपये चुकाने थे। इस कर्ज को चुकता करने के लिए उसने यह साजिश रची। आरोपी से रुपये, मोबाइल आदि की बरामदगी कर ली गई है। आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करते हुए विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपी को माननीय अदालत के आदेश अनुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।