वोट चोरी विवाद के बीच कांग्रेस के एक मंत्री ने दिया इस्तीफा

कांग्रेस के मंत्री ने वोट चोरी विवाद के बीच इस्तीफा दे दिया है। जी हां, वोट चोरी का आरोप लगाकर अपनी ही पार्टी कांग्रेस की आलोचना करने वाले कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने इस्तीफा दिया है।

उन्होंने राहुल गांधी पर ही वोट चोरी का आरोप लगा दिया था, जिसके चलते पार्टी हाईकमान ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया था। इस बीच मंत्री ने इस्तीफा दे दिया और इस्तीफा देने के बाद भी उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाए।

बता दें कि चुनाव आयोग पर राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोप लगाए हैं, इस पर कर्नाटक के मंत्री के एन राजन्ना कहते हैं कि मतदाता सूची तब तैयार हुई थी, जब कांग्रेस सत्ता में थी। उस समय क्या सब लोग आंखें बंद करके चुपचाप बैठे थे? तब भी मतदाता सूची में अनियमितताएं हुई थीं, यह सच है और अनियमितताएं हमारी आंखों के सामने हुई थीं, इसलिए हमें शर्म आनी चाहिए।

राजन्ना ने कहा कि कांग्रेस के राज में जब मतदाता सूची बनी थी तो महादेवपुरा में वास्तव में धोखाधड़ी हुई थी। एक व्यक्ति 3 अलग-अलग जगहों पर वोटर बना था और उसने तीनों जगहों पर मतदान भी किया था। जब मतदाता सूची का मसौदा तैयार किया जाता है, तब आपत्तियां दर्ज कराई जानी चाहिए, यह हमारी जिम्मेदारी है। उस समय हम चुप रहे और अब हम बवाल कर रहे हैं।

एफएसएसएआई निरीक्षण, जागरूकता अभियान और कड़े प्रवर्तन के जरिए स्ट्रीट फूड की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है। इसके तहत नियमित रूप से निगरानी, निरीक्षण और खाद्य उत्पादों के रैंडम सैंपल की जांच की जाती है। यदि किसी मामले में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत नियमों का उल्लंघन पाया जाता है, तो संबंधित व्यवसाय संचालकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाती है।

वहीं, ईट राइट इंडिया आंदोलन के तहत एफएसएसएआई ईट राइट स्ट्रीट फूड हब प्रमाणन कार्यक्रम भी चला रहा है, ताकि स्ट्रीट फूड में स्वच्छता और सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा सके। अब तक देशभर में 405 ईट राइट स्ट्रीट फूड हब प्रमाणित किए जा चुके हैं।

इसके अलावा दूरदराज के क्षेत्रों में मौके पर ही खाद्य परीक्षण और सुरक्षा संबंधी जानकारी देने के लिए एफएसएसएआई ने मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब भी शुरू की हैं। अब तक देश के 35 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 305 मोबाइल लैब तैनात की गई हैं।

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