केंद्र सरकार ने सोमवार (1 जनवरी) को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया. गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि गोल्डी बराड़ प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है।
गृह मंत्रालय ने कहा कि गोल्डी बराड़ को सीमा पार स्थित आतंकवादी एजेंसियों का समर्थन मिलता है और वह कई हत्याओं में शामिल रहा है. नोटिस मे कहा गया कि बराड़ राष्ट्रवादी नेताओं को धमकी भरे कॉल करने, फिरौती मांगने और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर हत्याओं के दावों को पोस्ट करने में शामिल था।
हथियारों की तस्करी में शामिल था गोल्डी बराड़
गृह मंत्रालय ने कहा कि गोल्डी बराड़ सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से आधुनिक हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री की तस्करी में शामिल था. वह हत्याओं को अंजाम देने के लिए इन हथियारों को शार्प शूटरों को सप्लाई करता था।
देश विरोधी गतिविधियों की रची साजिश’
मंत्रालय ने कहा कि वह और उसके सहयोगी तोड़फोड़ करने, आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने, लक्षित हत्याओं को अंजाम देने और पंजाब में अशांति फैलाने, सांप्रदायिक सद्भाव, कानून व्यवस्था को बाधित करने और देश विरोधी गतिविधियों की साजिश रचने में शामिल थे।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या की ली थी जिम्मेदारी
कनाडा स्थित आतंकवादी ने 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी. गौरतलब है कि मूसेवाला की मई 2022 में पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सिद्धू मूसेवाला की हत्या के कुछ दिनों बाद इंटरपोल ने जून 2022 में गोल्डी बराड़ के प्रत्यर्पण के लिए रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी किया था।
कौन है गोल्डी बराड़?
बता दें कि वह मूल रूप से पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले हैं और उनका जन्म 1994 में हुआ था. वह छात्र वीजा लेकर कनाडा भाग गया था और वहीं से आपराधिक गतिविधियां अंजाम दे रहा है. वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा है. पिछले साल सिंतबर में गोल्डी पुलिस ने उसके ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी बराड़ से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।