दिल्ली सहित देश भर में 1 अप्रैल 2025 से न केवल नए महीने बल्कि नए वित्तीय वर्ष की भी शुरुआत हो गई है. इसके साथ ही बैंकिंग सेवाओं में कई अहम बदलाव भी मंगलवार से प्रभावी हो गए हैं.
इससे दिल्ली न केवल बैंक की छुट्टियों की वजह से सेवाएं प्रभावित होंगी, बल्कि कई नए नियम भी अमल आज से आ जाएंगे, जो ग्राहकों के लेन-देन और बैंकिंग अनुभव को बदल सकते हैं. जानें- ये बदलाव क्या हैं और इनका लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के कैलेंडर के अनुसार दिल्ली में अप्रैल 2025 के दौरान बैंकों में कुल 9 दिन अवकाश रहेगा. ग्राहकों की भलाई इसी में है कि वे बैंकिंग अवकाश के अनुसार अपनी योजनाएं बना लें. ताकि कोई परेशानी न हो. ये अवकाश निर्धारित किए गए हैं, जिससे इन दिनों बैंकिंग सेवाएं बंद रहेंगी.
- 1 अप्रैल – वित्तीय वर्ष समाप्ति के कारण
- 10 अप्रैल – महावीर जयंती
- 12 अप्रैल – दूसरा शनिवार
- 13 अप्रैल – रविवार
- 14 अप्रैल – डॉ. बी.आर. अंबेडकर जयंती
- 18 अप्रैल – गुड फ्राइडे
- 20 अप्रैल – रविवार
- 26 अप्रैल – चौथा शनिवार
- 27 अप्रैल – रविवार
बैंकिंग सेक्टर में आज से लागू हो गए ये नियम
UPI आईडी एक्टिवेशन नियम
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए दिशा-निर्देश के तहत यदि किसी ग्राहक का यूपीआई से लिंक मोबाइल नंबर लंबे समय तक निष्क्रिय रहता है, तो संबंधित यूपीआई आईडी को बंद किया जा सकता है.
न्यूनतम बैलेंस की नई शर्तें
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) जैसे प्रमुख बैंक अपने खाताधारकों के लिए न्यूनतम बैलेंस नियमों में बदलाव कर सकते हैं. दिल्ली के शहरी क्षेत्र के ग्राहकों को अब 5 से 10 हजार रुपये तक का औसत मासिक बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य हो सकता है.
पॉजिटिव पे सिस्टम अनिवार्य
5000 रुपये से अधिक मूल्य के चेक के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS) लागू किया जा सकता है. यह सुरक्षा उपाय अनधिकृत लेनदेन को रोकने में सहायक होगा.
क्रेडिट कार्ड और एफडी में बदलाव
कुछ बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड के फायदों में संशोधन किया जा सकता है. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में भी बदलाव संभव है.
एटीएम निकासी और डिजिटल बैंकिंग सुधार
एटीएम से नकद निकासी की सीमा में परिवर्तन हो सकता है. डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित नए फीचर्स जोड़े जा सकते हैं. - ग्राहकों के लिए सुझाव
- इन नए नियमों और बैंक अवकाश को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों को अपनी बैंकिंग गतिविधियों की पहले से योजना बनानी चाहिए. यूपीआई आईडी सक्रिय रखने, न्यूनतम बैलेंस सुनिश्चित करने और डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं को समझने की दिशा में सतर्क रहना फायदेमंद होगा.