निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता ही लोकतंत्र को मजबूत कर सकती है।
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर विशेष आज भी हजारों ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें उठाया नहीं गया,गरीबों की गरीबी, मजबूरो की मजबूरी को बताया नहीं गया । वर्तमान में हिंदी पत्रकारिता ने अंग्रेजी पत्रकारिता के दबदबे को खत्म कर दिया है। पहले देश-विदेश में अंग्रेजी पत्रकारिता का दबदबा था लेकिन आज हिंदी भाषा का झण्डा चहुंदिश लहरा […]
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