विशेष संवाददाता चिमन लाल
पशुपालको से प्रदर्शनी में सक्रिय भागीदारी का आह्वान
रोहतक
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि इस वर्ष की वार्षिक पशुधन प्रदर्शनी कुरुक्षेत्र में 30 मार्च से 01 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जाएगी। आयोजन का संचालन पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा किया जा रहा है। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि यह मेला पशुपालन में नवीनतम तकनीक एवं उन्नत प्रबंधन की जानकारी साझा करने का एक उत्तम अवसर सिद्ध होगा। मेला में कृषि एवं पशुपालन से संबंधित विभिन्न प्रदर्शनी, कार्यशालाएँ एवं चर्चा-सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों को नवीनतम तकनीक, उत्पादन वृद्धि एवं पशु स्वास्थ्य सुधार के उपायों से अवगत कराना है। उन्होंने कहा है कि मेले में पशुपालकों की सक्रिय भागीदारी से हमारे पशुपालन क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। उन्होंने जिला के सभी किसानों का आह्वान किया है कि वे इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं और अपने अनुभव एवं सुझावों से कार्यक्रम को सफल बनाएं। आयोजन में पशुपालकों की भागीदारी न केवल पशुपालकों के लिए लाभदायक होगी, बल्कि राज्य की समग्र उन्नति में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में निरंतर प्रयास एवं नवाचार से ही हमारा प्रदेश समृद्ध होगा। पशुपालक अपने पशुओं को इस मेले में भाग लेने हेतु लेकर पहुंचें।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. सूर्या खटकड़ ने बताया कि मेला में विभिन्न प्रकार के पशुओं की प्रदर्शनी की जाएगी, जिसमें मुर्रा भैंस, साहिवाल पशु, एवं हरियाणा पशु प्रमुख हैं। साथ ही देशी पशुओं में गिर, थारपारकर, राठी, बेलाही जैसे पशु भी शामिल होंगे। क्रॉसब्रीड पशुओं तथा गौशाला पशुओं की भी विशेष भागीदारी रहेगी। मेला में घोड़े, गदहे एवं अन्य अश्वश्रेणी पशुओं का भी विशेष प्रदर्शन होगा। ऊँटों की प्रदर्शनी एवं प्रदर्शन का आयोजन भी किया गया है। मेला में नाली एवं हिस्सरडेल जैसी प्रमुख भेड़ प्रजातियों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही बकरी, यॉर्कशायर एवं लैंडस्केप सूअरों की प्रतियोगिताएँ भी आयोजित होंगी। मेले में किसानों को लेकर जाने के लिए विशेष मुफ्त बसों का प्रबंध किया गया है तथा मेले में सभी के लिए मुफ्त भोजन और रहने की व्यवस्था भी रहेगी। उन्होंने सभी पशुपालको से आग्रह किया कि वे महत्वपूर्ण आयोजन में पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित करें एवं इसे सफल बनाने में अपना योगदान दें।