हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला चंबा के किहार में हुए मनोहर हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है. मामला सामने आने के बाद स्थानीय लोग लगातार आरोपियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
वीरवार दोपहर के वक्त पहले गुस्साई भीड़ ने किहार थाने का घेराव किया. इसके बाद हत्या आरोपियों के घर पर आग लगा दी. गुस्साई भीड़ का आरोप है कि पुलिस कुछ आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है. पुलिस बल के मौके पर पहुंचते ही भीड़ मौके से तितर-बितर हो गई. गुस्साई भीड़ किहार-लंगेरा मार्ग पर पत्थरों और पैराफिट से रास्ता बंद करती हुई पहुंची थी.
NIA से करवाई जाए घटना की जांच
गुस्साई भीड़ ने जब थाने का घेराव किया, तो स्थानीय प्रशासन ने भीड़ को समझाने की कोशिश की. लेकिन, यह समझाइश बेनतीजा रही. दो घंटे तक नारेबाजी करते हुए आक्रोशित भीड़ ने हत्यारों को सजा देने की मांग की. मामले में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी घटना की जांच एनआईए से कराने की मांग की है.
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि शरीफ मोहम्मद, मुसाफिर मोहम्मद और फरीदा के कहने पर पहले मृतक को घर बुलाया गया. उसे डंडे से वहां घायल किया गया और बाद में बेहोश पड़े मनोहर के आठ टुकड़े कर दिए गए. जयराम ठाकुर ने कहा कि आरोपियों के तार आतंकवादियों से भी जुड़े हुए हैं. नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख रुपए के नोट बदले थे और उसके खाते में भी दो करोड़ रुपए हैं, जबकि आरोपी के आय के साधन इतने अधिक नहीं हैं. आरोपी के पास तीन बीघा जमीन है और 100 बीघा जमीन पर कब्जा है. 10 हजार फीट की ऊंचाई पर रहने वाला यह परिवार किसी को अपनी जमीन पर आने नहीं देता. इतना ही नहीं, चंबा में साल 1998 में हुए सतरुंडी आतंकी हमले में भी आरोपी के तार जुड़े हुए थे. इस हमले में 35 लोगों की मौत हो गई थी.
वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मामले को सांप्रदायिक रंग देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर यदि लिखित में उनसे एनआईए जांच की मांग करेंगे, तो इस बारे में विचार करेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांति राज्य है. हमारी सरकार का दायित्व अल्पसंख्यकों को भी सुरक्षा मुहैया करवाना है. उन्होंने कहा कि विपक्ष मामले को राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहा है जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश में पार्टी चल रहा है और इससे लोगों को असुविधा हो रही है. उन्होंने कहा कि यह मामला तो अब सामने आया, लेकिन सरकार ने इससे पहले ही कार्रवाई कर दी है. सभी संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. मुख्यमंत्री जाएगा मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए.
गौर हो कि बीते सप्ताह हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के सलूणी उपमंडल के तहत आती भांदल पंचायत में एक युवक का क्षत-विक्षत शव बोरी में डालकर नाले में फेंका हुआ मिला था. हत्या के बाद शरीर के 7-8 टुकड़े किए गए. मृतक मनोहर की उम्र सिर्फ 21 साल थी. जानकारी के मुताबिक, उसका प्रेम संबंध मुसलमान संप्रदाय की लड़की के साथ था. यही बात उसके परिवार को रास नहीं आई और उसे घर बुलाकर उसकी नृशंस हत्या कर दी गई. फिलहाल चंबा जिला प्रशासन ने हालात बिगड़ते देख इलाके में अगले दो महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी है.