मलेरिया अनुसंधान केंद्र (द्वारका) जहां सीएएक्यूएम स्टेशन स्थापित है, के पास सड़कों पर धूल), सीएएक्यूएम स्टेशन के ठीक सामने डीडीए ग्राउंड में कचरा और सी एंड डी कचरे की अवैध डंपिंग वायु प्रदूषण का स्रोत है।
इसके समाधान के लिए एमसीडी, डीडीए की कोआर्डिनेशन टीम बनाई गई है।यहां 4 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
*4 .मुंडका हॉटस्पॉट*
*प्रदूषण का मुख्य स्रोत और उपाय-*
यहां पर मॉनिटरिंग स्टेशन के पास शहरी विस्तार रोड-2 (यूईआर-2) के निर्माण से भारी धूल उत्सर्जन, आरएमसी प्लांट का संचालन, पास के दिल्ली-रोहतक राजमार्ग पर कच्चे रास्ते और गड्ढों के कारण भारी मात्रा में धूल उड़ना, दिल्ली-रोहतक राजमार्ग पर यातायात की मात्रा अधिक होने और मुंडका औद्योगिक क्षेत्र मेट्रो स्टेशन चौराहे के नीचे यातायात की भीड़, मुंडका पुनर्विकास क्षेत्र के अंदर कच्ची सड़कें, निकटवर्ती डीएमआरसी कास्टिंग यार्ड के अंदर आरएमसी प्लांट का संचालन और डीएमआरसी आवासीय परिसर के पीछे रानीखेड़ा मोड़ लाल बत्ती से शुरू होने वाले शहीद विक्रांत सिंह लाकड़ा मार्ग के गड्ढों और कच्चे साइड से धूल का उत्सर्जन, प्रदूषण का स्रोत है।
पार्क का उपयोग, रोहतक रोड की सर्विस लेन पर सीएंडडी वेस्ट की अवैध डंपिंग वायु प्रदूषण का स्रोत है।
इसके समाधान के लिए पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, की कोआर्डिनेशन टीम बनाई गई है। यहां 4 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
*10- आर.के. पुरम हॉटस्पॉट*
*प्रदूषण का मुख्य स्रोत और उपाय-*
यहां पर हैवी ट्रैफिक, सड़कों पर गड्ढे, एन.बी.सी.सी. की निर्माण साइट प्रमुख स्रोत है।
इसके समाधान के लिए एमसीडी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, एन.बी.सी.सी. की कोआर्डिनेशन टीम बनाई गई है। यहां 6 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
*11 – विवेक विहार हॉटस्पॉट*
*प्रदूषण का मुख्य स्रोत और उपाय-*
यहां पर योजना विहार की सोसायटियों में निर्माण और विध्वंस गतिविधि, बी-ब्लॉक, झिलमिल में टूटी सड़कों के कारण सड़क पर धूल का उड़ना, रेलवे रोड (झिलमिल अंडरपास) के पास सड़कों भारी जाम वायु प्रदूषण का स्रोत है।
इसके समाधान के लिए पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, डी एस आई आई डी सी ,दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की कोआर्डिनेशन टीम बनाई गई है। यहां 5 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
*12.वजीरपुर हॉटस्पॉट*
*प्रदूषण का मुख्य स्रोत और उपाय-*
यहां पर सीएक्यूएम स्टेशन के सामने टूटी सड़क, सड़क का अतिक्रमण और कच्ची सड़क , जाम की समस्या, खुले में गार्बेज डम्पिंग, वायु प्रदूषण का स्रोत है।
इसके समाधान के लिए पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की कोआर्डिनेशन टीम बनाई गई है। यहां 10 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
*13- बवाना हॉटस्पॉट*
*प्रदूषण का मुख्य स्रोत और उपाय-*
यहां पर महर्षि वाल्मिकी अस्पताल के बाहर अवैध कूड़ा डंपिंग और अस्पताल के बाहर यातायात की भीड़, पूठ खुर्द रोड पर सड़क की धूल, जो बवाना सीएएक्यूएमएस स्टेशन के पास है। इसके अलावा दिल्ली-औचंदी रोड के किनारे लोक निर्माण विभाग की सर्विस सड़कों पर सी एंड डी कचरे की अवैध डंपिंग, निर्माणाधीन यूईआर-दो और दिल्ली-औचंदी रोड पर शहीद पार्क से अपना घर आश्रम मोड़ तक के क्षेत्र में भारी यातायात जाम प्रदूषण का स्रोत है।
इसके समाधान के लिए एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस की कोआर्डिनेशन टीम बनाई गई है।यहां 5 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने कहा कि हॉटस्पॉट के लिए 13 कोर्डिनेशन टीम बनाई गई है जिसमें एमसीडी के डीसी को नोडल पॉइंट बनाया गया है। सभी हॉटस्पॉट के लिए अलग अलग डीपीसीसी के इंजीनियर को लगाया गया है। साथ ही डस्ट प्रदूषण कम करने के लिए हॉटस्पॉट में 80 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाए गए हैं।