दिल्ली विधानसभा में विपक्षी विधायकों के निलंबन को लेकर AAP विधायक अमानतुल्लाह खान और विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के बीच तीखी बहस देखने को मिली. अमानतुल्लाह खान ने आगे कहा, ”सीएजी रिपोर्ट सदन में पेश हुई और इस पर मैं चर्चा सुन रहा हूं. मैं देख भी रहा हूं कि सीएजी रिपोर्ट में जो कहा गया है. हमारी सरकार के कैरेक्टर को बदनाम किया गया, वो सबके सामने है.”
दिल्ली विधानसभा से आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों के निलंबन को लेकर अमानतुल्लाह खान ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री और तमाम मंत्री और विधायकों से अनुरोध करते हैं कि आप जनता के लिए काम करें.
जिस तरह से कोई निकम्मा कह रहा है, कोई बेईमान कह रहा है, कोई निकम्मी सरकार कह रहा है. इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, ”आपलोग ऐसी ही बातें करके सरकार में आए हैं. अब हम ये चाहते हैं कि जब आप सरकार में आ गए हैं तो जनता का काम करें. जनता के मुद्दों को ना भटकाएं. आपने महिलाओं को 2500 रुपये देने का वादा किया, उसे पूरा करें.”
AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने सदन में ये भी कहा, ”आप दो हजार करोड़ रुपये घाटे की बात कर रहे हैं कि सरकार के रेवेन्यू का लॉस हुआ. हम ये पूछना चाहते हैं कि सीबीआई, ईडी, एसीबी आपके पास है, तमाम एजेंसियां आपके पास है. घोटाला हुआ कहां है? ये तो एज्यूम किया जा रहा है.” सत्र के दौरान AAP विधायक अमानतुल्ला खान का माइक्रोफोन भी बंद किया गया.
अमानतुल्लाह खान ने CAG रिपोर्ट पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आप (BJP) लोग जिस तरह से AAP सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, इसी तरह की बातें कहकर आप सत्ता में आए थे. CAG रिपोर्ट में 941 करोड़ रुपये के घाटे का जिक्र किया गया है. पंजाब में भी यही नीति लागू की गई थी, वहां क्या फायदा हुआ या नुकसान हुआ, यह क्यों नहीं बताया जा रहा. CBI और ED का इस्तेमाल करके ही आप लोग सरकार में आए हैं.”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ”विपक्ष के विधायकों को सिर्फ सदन से नहीं, बल्कि पूरे परिसर से बाहर कर देना सही नहीं है. इतना कठोर फैसला नहीं होना चाहिए. दुश्मनी इस हद तक ना बढ़े कि विधायकों को विधानसभा परिसर में भी आने से रोका जाए. भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में ऐसी घटनाएं बहुत कम हुई हैं जहां निलंबित विधायकों को पूरे विधानसभा परिसर से बाहर कर दिया गया हो.”
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने अमानतुल्लाह खान की बातों का जवाब देते हुए कहा, ”नियमों के मुताबिक, जब कोई विधायक निलंबित होता है तो उसे पूरे परिसर से बाहर रहना पड़ता है. उपराज्यपाल (LG) साल में एक बार विधानसभा आते हैं और उनका अभिभाषण जनता के लिए होता है, न कि किसी राजनीतिक दल के लिए.”
दिल्ली विधानसभा में विपक्षी विधायकों ने उपराज्यपाल के भाषण के दौरान हंगामा किया, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया. विपक्ष ने इस फैसले का विरोध किया और इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया. AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने इसे अनुचित और कठोर बताया. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने रूल बुक का हवाला देते हुए कहा, ”नियमों के तहत यह सजा दी गई है और 3 दिनों के लिए विपक्षी विधायकों को बाहर किया गया है.”
अब देखने वाली बात यह होगी कि विपक्षी विधायक इस फैसले को कैसे चुनौती देते हैं और क्या आने वाले दिनों में इस पर कोई बदलाव होता है? वहीं, CAG रिपोर्ट को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज होने की संभावना है.
सौ ABP बलराम पांडेय