विशेष संवाददाता चिमन लाल
झज्जर
बुधवार को डा.राजश्री सिंह आईपीएस ने पुलिस कमीश्नर झज्जर का कार्यभार संभाल लिया है। यहां पदभार संभालने से पूर्व जिले की नवनियुक्त पुलिस कमीश्नर डा.राजश्री सिंह का झज्जर के कैनाल रैस्ट हाऊस में जिले के समस्त पुलिस अधिकारियों ने स्वागत किया। झज्जर पहुंचने पर नवनियुक्त पुलिस कमीश्नर को कैनाल रेस्ट हाऊस में सम्मान गार्द द्वारा सलामी दी गई। इस दौरान पुलिस कमीश्नर जिले के समस्त अधिकारियों से रूबरू हुई और उन्हें जिले में क्राईम कंट्रोल सम्बंधी आदेश भी दिए। इस दौरान पुलिस कमीश्नर डा.राजश्री कैनाल रैस्ट हाऊस में मीडिया से भी रूबरू हुई। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिला पुलिस कमीश्नर का पदभार संभालते ही उनकी पहली प्राथमिकता अपराध पर अंकुश लगाने की होगी। इसके साथ-साथ जिले की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप देने, महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को समय रहते नियन्त्रित करने और जिले में शांति बहाल करना उनकी प्राथमिकता में शामिल रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली से झज्जर जिला सटा होने की वजह से यहां जिले में पुलिस की जिम्मेवारी ओर ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि अपराधी अपराध करके दिल्ली का रूख कर सकता है। इस पर हमें ध्यान देने की बहुत ज्यादा जरूरत है। साइबर अपराध के प्रति भी पुलिस कमीश्नर ने चिंता जताते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस तो अपना काम करती ही है। साथ ही आम आदमी को भी इसमें पूरी तरह से सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध करने वाले आमजन को थोड़ा बहुत लालच देते है और उसी लालच के चक्कर में आम आदमी उसमें फंसता चला जाता है। इसलिए इस लालच में आम आदमी को पड़ने की बजाय फाेरन इसकी सूचना पुलिस को देनी चाहिए ताकि अपराध करने वाले को समय रहते दबोचा जाए। उन्होंने नशे को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों की खरीद फरोख्त करने वालों पर भी सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। समय-समय पर पुलिस द्वारा इस बारे में जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे है। उन्होेंने अभिभावकों से भी अपील की कि वह अपने बच्चों को समय-समय पर चैंक करे। क्योंकि उनकी यह मोरल जिम्मेवारी भी है। उन्होंने कहा कि यदि अभिभावक अपनी जिम्मेवारी बखूबी निभाता है तो फिर जो बच्चा नशे की गिरफ्त में जकड़ चुका है उसे दोबारा से सामाजिक जीवन में वापिस लाया जा सकता है।
चंडीगढ़ के सिविल अस्पताल में डॉक्टर के रूप में मानवता की सेवा करते-करते डॉ. राजश्री सिंह पहले प्रयास में ही 1990 में डीएसपी बनीं थी। इसके बाद आईपीएस में पदोन्नत होकर कई जिलों में पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाला। अब उन्हें बतौर पुलिस कमिश्नर झज्जर का कार्यभार सोपा गया है। पुलिस अधिकारी के रूप में देश सेवा का जज्बा उन्हें अपने परिवार से ही मिला है। 2012 में भारतीय पुलिस सेवा में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुलिस पदक से भी सम्मानित किया जा चुका हैं। उन्होंने पदभार संभालने के बाद पुलिस कार्यालय में जिले के सभी डीसीपी और एसीपी की मीटिंग लेकर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने पुलिस कार्यालय का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी मेहनत और लगन से करने के बारे में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।