जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा इलाके के गुरी गांव में मंगलवार को पहलगाम आतंकी हमले के मुख्य संदिग्ध आदिल हुसैन थोकर के घर को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया.
सेना ने घर गिराने से पहले शहजादा बानो और उनके परिवार को सुरक्षित जगह पहुंचाया. बानो ने बताया कि उनके बेटे से 2018 से कोई संपर्क नहीं है. बानो ने कहा, ”29 अप्रैल 2018 को वह परीक्षा देने बडगाम गया था और फिर कभी वापस नहीं आया.”
बता दें कि आदिल की मां ने भावुक होकर कहा, ”अगर वह इस हमले में शामिल है, तो कानून के अनुसार कार्रवाई हो. लेकिन मैं चाहती हूं कि वह आत्मसमर्पण कर दे ताकि हम शांति से जी सकें.” बानो ने यह भी आरोप लगाया कि जब सेना ने घर की तलाशी ली तो उन्हें कोई ठोस सबूत नहीं दिखाया गया. उन्होंने सवाल उठाया, ”आदिल घर आया था और खाना खाया था, लेकिन अगर ऐसा था तो उसे वहीं गिरफ्तार क्यों नहीं किया?”
वहीं पहलगाम हमले के बाद आदिल के पिता वलीम मोहम्मद थोकर, भाई जाहिर और अर्शलम और चचेरे भाई जुलंकर व सज्जाद को हिरासत में लिया गया. खुद बानो को भी एक दिन के लिए पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया.
हालांकि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, आदिल ने 2018 में पढ़ाई के बहाने पाकिस्तान का रुख किया था और अब 2024 में नियंत्रण रेखा पार कर भारत लौटा है. सुरक्षा बलों ने घर गिराने से पहले स्निफर डॉग्स की मदद से जांच की ताकि कोई विस्फोटक न छूटे.