देश की सबसे हाईटेक तिहाड़ जेल की अतिसुरक्षित बैरक (हाई रिस्क बैरक) नंबर-8 में कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की सुबह हत्या कर दी गई।
गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया आराम कर रहा था इतने में अचानक उसकी बैरक में कोई घुस आया।
सचेत होते हुए उसने बैरक में घुसे शख्स के साथ हाथापाई की। हालांकि दूसरे शख्स ने जिसके पास सुआ था उसने एक के बाद एक दर्जनों बार टिल्लू पर वार कर उसे घायल कर दिया और वहां से फरार हो गया।
आनन-फानन टिल्लू को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस पूरी घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। यह एक महीने में तिहाड़ जेल में हुई दूसरी आपराधिक घटना है। इससे न सिर्फ जेल में गैंगवार की बात सामने आई है बल्कि एशिया की सबसे सुरक्षित और बड़ी जेल कही जाने वाली तिहाड़ जेल के सुरक्षा दावों पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक योगेश , गोगी का पुराना शूटर है। गोगी के कुछ खास बड़े शूटरों में योगेश की गिनती होती है। इस पर दिल्ली और हरियाणा में 12 से अधिक केस दर्ज हैं। ये सभी हत्या, हत्या के प्रयास, लूटपाट, डकैती, रंगदारी मांगने के केस हैं। योगेश को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2 जुलाई 2021, को गिरफ्तार किया था। टिल्लू जिस हाई रिस्क बैरक में रहता था, उसी के ठीक ऊपर के बैरक में योगेश को भी रखा गया था।
ऐसा करना जेल प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाही माना जा रहा है। तिहाड़ के बारे में तो ये भी दावे हैं कि गैंगस्टर पैसे देकर जेल के अंदर बैरक बदलवाते हैं। जगह बदलवाने के लिए मुंह मांगे पैसे दिए जाते हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि योगेश ने टिल्लू के बैरक के ऊपर आने के लिए करोड़ों खर्च किया होगा। इसके बाद गोगी गिरोह अपने मकसद में कामयाब हो पाया।
जानकारी के अनुसार गोगी गैंग के शूटर ने टिल्लू की हत्या का फुलप्रूफ प्लान बना रखा था। उसने सुबह जब हलचल कम होती है, उस मौके का फायदा उठाकर पहली मंजिल पर स्थित अपने बैरक की ग्रिल काटी और दो अन्य साथियों के साथ चादर के सहारे टिल्लू की बैरक तक नीचे उतरा।
वहां पहुंचकर तीनों ने टिल्लू पर हमला कर दिया। तीनों ने टिल्लू पर खास तौर से तैयार किए गए सुए से कई वार किए। कहा जा रहा है कि टिल्लू पर तीन दर्जन से भी ज्यादा बार वार किए गए। घायल हालत में ही टिल्लू को डीडीयू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।