अपराध संवाददाता, नई दिल्ली।
राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था को चुनौती देती एक और खतरनाक सच्चाई सामने आई है। खुद को बिल्डर कहने वाला बलविंदर कपूर और उसका कुख्यात साथी बीसी शिवदयाल उर्फ चिंटू@कारतूस खुलेआम पत्रकारों, महिलाओं और आम नागरिकों को धमका रहे हैं, अपशब्द कह रहे हैं और उनके घरों तक की निगरानी कर रहे हैं।
ताजा मामला पत्रकार मणि आर्य और उनकी धर्मपत्नी से जुड़ा है। मणि आर्य ने जब बलविंदर कपूर के अवैध निर्माण और जमीन कब्जाने के कारनामों का खुलासा किया, तो बौखलाए कपूर और चिंटू ने उनकी पत्नी को गालियां दीं, घर की तस्वीरें लीं और जान से मारने की धमकी तक दे डाली। यही नहीं, इलाके में मौजूद एक महिला और अन्य शिकायतकर्ता महिलाओं को भी डराने-धमकाने की कोशिश की गई।
बीसी चिंटू, जो पहले से तड़ीपार किया जा चुका है, काली क्रेटा गाड़ी में घूम-घूमकर इलाके में दहशत फैला रहा है। बलविंदर कपूर पर पहले से IPC की धारा 506 के तहत केस दर्ज है और वह बाराही माता मंदिर के पास अवैध निर्माण के मामले में भी आरोपी है। इसके बावजूद उसने पांच मंज़िला अवैध इमारत खड़ी कर दी है और प्रशासनिक मशीनरी पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।
कपूर और चिंटू की दबंगई यहीं तक सीमित नहीं। अब उन्होंने डिम्पल अरोड़ा, निवासी 4196, तेल मंडी, पहाड़गंज को भी जान से मारने की धमकियां दी हैं। उनकी बिल्डिंग को नुकसान पहुंचाया गया है, लेकिन पीड़िता की शिकायत पर न पुलिस, न MCD कोई कार्रवाई कर रही है। इससे यह साफ है कि ये अपराधी प्रशासन और कानून की कमजोरी का फायदा उठाकर खुलेआम अराजकता फैला रहे हैं।
यह स्थिति केवल दिल्ली पुलिस के लिए नहीं, बल्कि पूरे कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चेतावनी है। जब पत्रकार और आम नागरिक भी सुरक्षित न रहें, तो यह लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है। अब वक्त है कि बलविंदर कपूर और बीसी चिंटू जैसे माफिया के खिलाफ बिना देरी के कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो — गिरफ्तारी हो, संपत्ति जब्त हो, और इस पूरे नेटवर्क की जड़ें खोदी जाएं।
वरना कल ये अपराधी किसी और आवाज़ को चुप कराने की हिमाकत करेंगे, और तब शायद बहुत देर हो चुकी होगी।